1- तुम क्या जानो शराब कैसे पिलाई जाती है!
खोलने से पहले बोतल हिलाई जाती है!
फिर आवाज़ लगायी जाती है आ जाओ दर्दे दिलवालों!
यहाँ दर्द-ऐ-दिल की दावा पिलाई जाती है!
2- इश्क मुहब्बत तो सब करते हैं!
गम - ऐ - जुदाई से सब डरते हैं
हम तो न इश्क करते हैं न मुहब्बत!
हम तो बस आपकी एक मुस्कुराहट पाने के लिए तरसते हैं!
3- न वो आ सके न हम कभी जा सके!
न दर्द दिल का किसी को सुना सके!
बस बैठे है यादों में उनकी!
न उन्होंने याद किया और न हम उनको भुला सके!
4- बड़ी कोशिश के बाद उन्हें भूला दिया!
उनकी यादों को दिल से मिटा दिया!
एक दिन फिर उनका पैगाम आया लिखा था मुझे भूल जाओ!
और मुझे भूला हुआ हर लम्हा याद दिला दिया!
5- बड़ी मुश्किल में हूँ!
मैं कैसे इज़हार करू!
तुम तो खुशबु हो!
तुमको कैसे कैद करू!
6- माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये!
एक बार जी के तो देखो हमारे लिये!
दिल की क्या औकात आपके सामने!
हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये!
7- मोहब्बत में लाखों ज़ख्म खाए हमने!
अफ़सोस उन्हें हम पर ऐतबार नहीं!
मत पूछो क्या गुजरती है दिल पर!
जब वो कहते है हमें तुमसे प्यार नहीं!
8- कल फुर्सत न मिली तो क्या होगा!
इतनी मोहलत न मिली तो क्या होगा!
रोज़ कहते हो कल मिलेंगे, कल मिलेंगे!
कल मेरी आँखे न खुली तो क्या होगा!
9- वो करीब ही न आये तो इज़हार क्या करते!
खुद बने निशाना तो शिकार क्या करते!
मर गए पर खुली रखी आँखें!
इससे ज्यादा किसी का इंतजार क्या करते!
10- जो हमारा प्यार है!
उन्हें किसी और से प्यार है!
बस हार गए हम यह जानकर!
कि जिससे उन्हें प्यार है, वो हमारा यार है!
11- यह सफ़र दोस्ती का कभी ख़त्म न होगा!
दोस्तों से प्यार कभी कम न होगा!
दूर रहकर भी जब रहेगी महक इसकी!
हमें कभी बिछड़ने का ग़म न होगा!
12- एक आप हो कितने अच्छे हो!
एक आप हो कि कितने सुंदर हो!
एक आप हो कि कितने सच्चे हो!
और एक हम है कि झूठ पर झूठ बोले जा रहे है!
13- उदास नहीं होना, क्योंकि मैं साथ हूँ!
सामने न सही पर आस-पास हूँ!
पल्को को बंद कर जब भी दिल में देखोगे!
मैं हर पल तुम्हारे साथ हूँ!
14- कभी किसी सपने को दिल से लगाया करो!
किसी के ख्वाबों में आया-जाया करो!
जब भी जी हो कि कोई तुम्हें भी मनाये!
बस हमें याद करके रूठ जाया करो!
15- मोहब्बत ऐसी थी कि उनको दिखाई न दी!
चोट दिल पर थी इसलिए दिखाई न गयी!
चाहते नहीं थे उनसे दूर होना पर!
दुरिया इतनी थी कि मिटाई न गयी!
16- दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे!
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे!
वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का!
और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे!
17- सारी उम्र आँखों में एक सपना याद रहा!
सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा!
न जाने क्या बात थी उन मे और हम मे!
सारी महफिल भूल गए बस वही एक चेहरा याद रहा!
18- आज यह कैसी उदासी छाई है!
तन्हाई के बादल से भीगी जुदाई है!
रोया है फिर मेरा दिल!
जाने आज किसकी याद आई है!
19- मैंने प्यार किया बड़े होश के साथ!
मैंने प्यार किया बड़े जोश के साथ!
पर हम अब प्यार करेंगे बड़ी सोच के साथ!
क्योंकि कल उसे देखा मैंने किसी और के साथ!
20- फूल खिलते हैं खिल कर बिखर जाते है!
फूल खिलते हैं खिल कर बिखर जाते हैं!
यादे तो दिल में रहती है दोस्त मिल कर बिछड़ जाते है!
21- ग़म में हंसने वालो को कभी रुलाया नहीं जाता!
लहरों से पानी को हटाया नहीं जाता!
होने वाले हो जाते हैं खुद ही दिल से अपने!
किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता!
22- सोचा था न करेंगे किसी से दोस्ती!
न करेंगे किसी से वादा!
पर क्या करे दोस्त मिला इतना प्यारा की करना पड़ा दोस्ती का वादा!
23- दिल का दर्द दिल तोड़ने वाले क्या जाने!
प्यार के रिवाजों को ज़माना क्या जाने!
होती है कितनी तकलीफ लड़की पटाने में!
यह घर पर बैठा लड़की का बाप क्या जाने!
24- कुछ बदली हुई तकदीर नज़र आती है!
दूर तक यादों कि ज़ंजीर नज़र आती है!
मैं देखूं तो क्या देखूं दोस्त!
हर चेहरे पर तेरी तस्वीर नज़र आती है!
25- हमें जीने नहीं देती है यह गुजरी हुई यादें!
हम से भूली नहीं जाती है यह बीती हुई बातें!
अब कैसे कहें तुमसे हम दोस्त तेरी बातें!
हमें हर पल याद दिलाती है तेरी हर छोटी-छोटी बातें!
26- ये याद है आपकी या यादों में आप हो?
ये ख्वाब है आपके या ख्वाबों में आप हो?
हम नहीं जानते बस इतना बता दो!
हम जान है आपकी या जान हमारी आप हो?
27- न जाने क्यों हमें आँसू बहाना नहीं आता!
न जाने क्यों हाल-ऐ-दिल बताना नहीं आता!
क्यों सब दोस्त बिछड़ गए हमसे!
शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता!
28- प्यार कमजोर दिल से किया नहीं जा सकता!
ज़हर दुश्मन से लिया नहीं जा सकता!
दिल में बसी है उल्फत जिस प्यार की!
उसके बिना जिया नहीं जा सकता!
29- कहती है दुनिया जिसे प्यार, नशा है , खताह है!
हमने भी किया है प्यार , इसलिए हमे भी पता है!
मिलती है थोड़ी खुशियाँ ज्यादा गम!
पर इसमें ठोकर खाने का भी कुछ अलग ही मज़ा है!
30- दूर है आपसे तो कुछ गम नहीं!
दूर रह कर भूलने वाले हम नहीं!
रोज़ मुलाक़ात न हो तो क्या हुआ!
आपकी याद आपकी मुलाक़ात से कम नहीं!
31- तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी न रहेगी!
तेरे बिना चिरागों में रोशनी न रहेगी!
क्या कहे क्या गुजरेगी दिल पर!
जिंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी न रहेगी!
32- दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं!
तुफानो में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं!
यूँ तो मिल जाता है हर कोई!
मगर आप जैसे दोस्त नसीब वालों को मिलते हैं!
33- आपकी पलकों पर रह जाये कोई!
आपकी सांसो पर नाम लिख जाये कोई!
चलो वादा रहा भूल जाना हमें!
अगर हमसे अच्छा दोस्त मिल जाये कोई!
34- मोहब्बत नहीं है कोई किताबों की बाते!
समझोगे जब रो कर कुछ काटोगे रातें!
जो चोरी हो गया तो पता चला दिल था हमारा!
करते थे हम भी कभी किताबों की बाते!
35- दोस्ती इन्सान की ज़रुरत है!
दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है!
आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ!
वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है!
36- इस से पहले कि दिलो में नफरत जागे!
आओ एक शाम मोहब्बत में बिता दी जाये!
करके कुछ मोहब्बत की बातें!
इस शाम की मस्ती बड़ा दी जाये!
37- कशिश होनी चाहिए किसी को याद करने की!
लम्हे तो अपने आप मिल जायेंगे!
वक़्त होना चाहिए किसी को मिलने का!
बहाने तो अपने आप मिल जायेंगे!
38- तेरे बिना जिन्दगी हम जिया नहीं करते!
धोखा किसी को हम दिया नहीं करते!
जाने कैसे तुमसे दोस्ती हो गई!
वरना दोस्ती हम किसी से किया नहीं करते!
39- देखो मेरी आँखों में ख्बाब किसका है!
देखो मेरे दिल में तूफ़ान किसका है!
तुम कहते हो मेरे दिल के रास्ते से कोई नहीं गुज़रा!
तो फिर यह पैरों के निशान किसके हैं!
40- हमारे आंसू पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं!
इसी अदा से वो दिल को चुराते हैं!
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को!
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं!
41- दिल तोड़ना सजा है मुहब्बत की!
दिल जोड़ना अदा है दोस्ती की!
मांगे जो कुर्बानियां वो है मुहब्बत!
और जो बिन मांगे कुर्बान हो जाये वो है दोस्ती!
42- ज़िन्दगी से पूछिये ये क्या चाहती है!
बस एक आपकी वफ़ा चाहती है!
कितनी मासूम और नादान है ये!
खुद बेवफा है और वफ़ा चाहती है!
43- समझा दो अपनी यादों को!
वो बिना बुलाये पास आया करती है!
आप तो दूर रहकर सताते हो मगर!
वो पास आकर रुलाया करती है!
44- न कोई सुबह है और न कोई शाम है!
हर लम्हा आपका ही नाम है!
इससे मजाक मत समझ लेना!
यह हमारी तरफ से प्यार का पैगाम है!
45- हंसरते रह जायेगी आपके बिना अधूरी!
ज़िन्दगी न होगी आपके बिना पूरी!
अब और सही जाये न यह दूरी!
जीने के लिये आपका साथ है बहुत ज़रूरी
46- दिल टूटा तो एक आवाज आई!
चीर के देखा तो कुछ चीज निकल आई!
सोचा क्या होगा इस खली दिल में!
लहू से धो कर देखा, तो तेरी तस्वीर निकल आई!
47- जब से तेरी चाहत अपनी ज़िन्दगी बना ली है!
हम ने उदास रहने की आदत बना ली है!
हर दिन हर रात गुजरती है तेरी याद में!
तेरी याद हमने अपनी इबादत बना ली है!
48- याद में तेरी आँहें भरता है कोई!
हर साँस के साथ तुझे याद करता है कोई!
मौत तो सचाई है आनी है!
लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज मरता है कोई!
49- कोई न मिले तो किस्मत से गिला नहीं करते!
अक्सर लोग मिल कर भी मिला नहीं करते!
हर शाख पर बहार आती हैं ज़रूर!
पर हर शाख पर फूल खिला नहीं करते!
50- जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है!
मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता है!
जाने क्या बात झलकती है मेरे इस चेहरे से!
हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है!
खोलने से पहले बोतल हिलाई जाती है!
फिर आवाज़ लगायी जाती है आ जाओ दर्दे दिलवालों!
यहाँ दर्द-ऐ-दिल की दावा पिलाई जाती है!
2- इश्क मुहब्बत तो सब करते हैं!
गम - ऐ - जुदाई से सब डरते हैं
हम तो न इश्क करते हैं न मुहब्बत!
हम तो बस आपकी एक मुस्कुराहट पाने के लिए तरसते हैं!
3- न वो आ सके न हम कभी जा सके!
न दर्द दिल का किसी को सुना सके!
बस बैठे है यादों में उनकी!
न उन्होंने याद किया और न हम उनको भुला सके!
4- बड़ी कोशिश के बाद उन्हें भूला दिया!
उनकी यादों को दिल से मिटा दिया!
एक दिन फिर उनका पैगाम आया लिखा था मुझे भूल जाओ!
और मुझे भूला हुआ हर लम्हा याद दिला दिया!
5- बड़ी मुश्किल में हूँ!
मैं कैसे इज़हार करू!
तुम तो खुशबु हो!
तुमको कैसे कैद करू!
6- माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये!
एक बार जी के तो देखो हमारे लिये!
दिल की क्या औकात आपके सामने!
हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये!
7- मोहब्बत में लाखों ज़ख्म खाए हमने!
अफ़सोस उन्हें हम पर ऐतबार नहीं!
मत पूछो क्या गुजरती है दिल पर!
जब वो कहते है हमें तुमसे प्यार नहीं!
8- कल फुर्सत न मिली तो क्या होगा!
इतनी मोहलत न मिली तो क्या होगा!
रोज़ कहते हो कल मिलेंगे, कल मिलेंगे!
कल मेरी आँखे न खुली तो क्या होगा!
9- वो करीब ही न आये तो इज़हार क्या करते!
खुद बने निशाना तो शिकार क्या करते!
मर गए पर खुली रखी आँखें!
इससे ज्यादा किसी का इंतजार क्या करते!
10- जो हमारा प्यार है!
उन्हें किसी और से प्यार है!
बस हार गए हम यह जानकर!
कि जिससे उन्हें प्यार है, वो हमारा यार है!
11- यह सफ़र दोस्ती का कभी ख़त्म न होगा!
दोस्तों से प्यार कभी कम न होगा!
दूर रहकर भी जब रहेगी महक इसकी!
हमें कभी बिछड़ने का ग़म न होगा!
12- एक आप हो कितने अच्छे हो!
एक आप हो कि कितने सुंदर हो!
एक आप हो कि कितने सच्चे हो!
और एक हम है कि झूठ पर झूठ बोले जा रहे है!
13- उदास नहीं होना, क्योंकि मैं साथ हूँ!
सामने न सही पर आस-पास हूँ!
पल्को को बंद कर जब भी दिल में देखोगे!
मैं हर पल तुम्हारे साथ हूँ!
14- कभी किसी सपने को दिल से लगाया करो!
किसी के ख्वाबों में आया-जाया करो!
जब भी जी हो कि कोई तुम्हें भी मनाये!
बस हमें याद करके रूठ जाया करो!
15- मोहब्बत ऐसी थी कि उनको दिखाई न दी!
चोट दिल पर थी इसलिए दिखाई न गयी!
चाहते नहीं थे उनसे दूर होना पर!
दुरिया इतनी थी कि मिटाई न गयी!
16- दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे!
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे!
वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का!
और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे!
17- सारी उम्र आँखों में एक सपना याद रहा!
सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा!
न जाने क्या बात थी उन मे और हम मे!
सारी महफिल भूल गए बस वही एक चेहरा याद रहा!
18- आज यह कैसी उदासी छाई है!
तन्हाई के बादल से भीगी जुदाई है!
रोया है फिर मेरा दिल!
जाने आज किसकी याद आई है!
19- मैंने प्यार किया बड़े होश के साथ!
मैंने प्यार किया बड़े जोश के साथ!
पर हम अब प्यार करेंगे बड़ी सोच के साथ!
क्योंकि कल उसे देखा मैंने किसी और के साथ!
20- फूल खिलते हैं खिल कर बिखर जाते है!
फूल खिलते हैं खिल कर बिखर जाते हैं!
यादे तो दिल में रहती है दोस्त मिल कर बिछड़ जाते है!
21- ग़म में हंसने वालो को कभी रुलाया नहीं जाता!
लहरों से पानी को हटाया नहीं जाता!
होने वाले हो जाते हैं खुद ही दिल से अपने!
किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता!
22- सोचा था न करेंगे किसी से दोस्ती!
न करेंगे किसी से वादा!
पर क्या करे दोस्त मिला इतना प्यारा की करना पड़ा दोस्ती का वादा!
23- दिल का दर्द दिल तोड़ने वाले क्या जाने!
प्यार के रिवाजों को ज़माना क्या जाने!
होती है कितनी तकलीफ लड़की पटाने में!
यह घर पर बैठा लड़की का बाप क्या जाने!
24- कुछ बदली हुई तकदीर नज़र आती है!
दूर तक यादों कि ज़ंजीर नज़र आती है!
मैं देखूं तो क्या देखूं दोस्त!
हर चेहरे पर तेरी तस्वीर नज़र आती है!
25- हमें जीने नहीं देती है यह गुजरी हुई यादें!
हम से भूली नहीं जाती है यह बीती हुई बातें!
अब कैसे कहें तुमसे हम दोस्त तेरी बातें!
हमें हर पल याद दिलाती है तेरी हर छोटी-छोटी बातें!
26- ये याद है आपकी या यादों में आप हो?
ये ख्वाब है आपके या ख्वाबों में आप हो?
हम नहीं जानते बस इतना बता दो!
हम जान है आपकी या जान हमारी आप हो?
27- न जाने क्यों हमें आँसू बहाना नहीं आता!
न जाने क्यों हाल-ऐ-दिल बताना नहीं आता!
क्यों सब दोस्त बिछड़ गए हमसे!
शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता!
28- प्यार कमजोर दिल से किया नहीं जा सकता!
ज़हर दुश्मन से लिया नहीं जा सकता!
दिल में बसी है उल्फत जिस प्यार की!
उसके बिना जिया नहीं जा सकता!
29- कहती है दुनिया जिसे प्यार, नशा है , खताह है!
हमने भी किया है प्यार , इसलिए हमे भी पता है!
मिलती है थोड़ी खुशियाँ ज्यादा गम!
पर इसमें ठोकर खाने का भी कुछ अलग ही मज़ा है!
30- दूर है आपसे तो कुछ गम नहीं!
दूर रह कर भूलने वाले हम नहीं!
रोज़ मुलाक़ात न हो तो क्या हुआ!
आपकी याद आपकी मुलाक़ात से कम नहीं!
31- तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी न रहेगी!
तेरे बिना चिरागों में रोशनी न रहेगी!
क्या कहे क्या गुजरेगी दिल पर!
जिंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी न रहेगी!
32- दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं!
तुफानो में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं!
यूँ तो मिल जाता है हर कोई!
मगर आप जैसे दोस्त नसीब वालों को मिलते हैं!
33- आपकी पलकों पर रह जाये कोई!
आपकी सांसो पर नाम लिख जाये कोई!
चलो वादा रहा भूल जाना हमें!
अगर हमसे अच्छा दोस्त मिल जाये कोई!
34- मोहब्बत नहीं है कोई किताबों की बाते!
समझोगे जब रो कर कुछ काटोगे रातें!
जो चोरी हो गया तो पता चला दिल था हमारा!
करते थे हम भी कभी किताबों की बाते!
35- दोस्ती इन्सान की ज़रुरत है!
दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है!
आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ!
वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है!
36- इस से पहले कि दिलो में नफरत जागे!
आओ एक शाम मोहब्बत में बिता दी जाये!
करके कुछ मोहब्बत की बातें!
इस शाम की मस्ती बड़ा दी जाये!
37- कशिश होनी चाहिए किसी को याद करने की!
लम्हे तो अपने आप मिल जायेंगे!
वक़्त होना चाहिए किसी को मिलने का!
बहाने तो अपने आप मिल जायेंगे!
38- तेरे बिना जिन्दगी हम जिया नहीं करते!
धोखा किसी को हम दिया नहीं करते!
जाने कैसे तुमसे दोस्ती हो गई!
वरना दोस्ती हम किसी से किया नहीं करते!
39- देखो मेरी आँखों में ख्बाब किसका है!
देखो मेरे दिल में तूफ़ान किसका है!
तुम कहते हो मेरे दिल के रास्ते से कोई नहीं गुज़रा!
तो फिर यह पैरों के निशान किसके हैं!
40- हमारे आंसू पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं!
इसी अदा से वो दिल को चुराते हैं!
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को!
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं!
41- दिल तोड़ना सजा है मुहब्बत की!
दिल जोड़ना अदा है दोस्ती की!
मांगे जो कुर्बानियां वो है मुहब्बत!
और जो बिन मांगे कुर्बान हो जाये वो है दोस्ती!
42- ज़िन्दगी से पूछिये ये क्या चाहती है!
बस एक आपकी वफ़ा चाहती है!
कितनी मासूम और नादान है ये!
खुद बेवफा है और वफ़ा चाहती है!
43- समझा दो अपनी यादों को!
वो बिना बुलाये पास आया करती है!
आप तो दूर रहकर सताते हो मगर!
वो पास आकर रुलाया करती है!
44- न कोई सुबह है और न कोई शाम है!
हर लम्हा आपका ही नाम है!
इससे मजाक मत समझ लेना!
यह हमारी तरफ से प्यार का पैगाम है!
45- हंसरते रह जायेगी आपके बिना अधूरी!
ज़िन्दगी न होगी आपके बिना पूरी!
अब और सही जाये न यह दूरी!
जीने के लिये आपका साथ है बहुत ज़रूरी
46- दिल टूटा तो एक आवाज आई!
चीर के देखा तो कुछ चीज निकल आई!
सोचा क्या होगा इस खली दिल में!
लहू से धो कर देखा, तो तेरी तस्वीर निकल आई!
47- जब से तेरी चाहत अपनी ज़िन्दगी बना ली है!
हम ने उदास रहने की आदत बना ली है!
हर दिन हर रात गुजरती है तेरी याद में!
तेरी याद हमने अपनी इबादत बना ली है!
48- याद में तेरी आँहें भरता है कोई!
हर साँस के साथ तुझे याद करता है कोई!
मौत तो सचाई है आनी है!
लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज मरता है कोई!
49- कोई न मिले तो किस्मत से गिला नहीं करते!
अक्सर लोग मिल कर भी मिला नहीं करते!
हर शाख पर बहार आती हैं ज़रूर!
पर हर शाख पर फूल खिला नहीं करते!
50- जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है!
मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता है!
जाने क्या बात झलकती है मेरे इस चेहरे से!
हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है!
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