1- किसी ने हमसे पूछा कि वादों और यादो में क्या फर्क होता है? हमने बस इतना ही कहा कि `वादों को तो इंसान तोड़ देता है` पर `यादे इंसान को तोड़ देती है`!
2- कुछ तो बात है तेरी फितरत में ऐ दोस्त;
वरना तुझ को याद करने की खता हम बार-बार न करते!
3- ये वफ़ा तो उस वक्त की बात है ऐ फ़राज़;
जब मकान कच्चे और लोग सच्चे हुआ करते थे!
4- यादे अजीब होती हैं;
बता के नहीं आती और रुला कर भी नहीं जाती!
5- छोड़ ये बात कि मिले ये ज़ख़्म कहाँ से मुझ को;
`ज़िन्दगी बस तू इतना बता!` कितना सफर बाकि है!
6- बिना लिबास आये थे इस जहां में;
बस एक कफ़न की खातिर इतना सफ़र करना पड़ा!
7- वो मुझे भूल ही गया होगा;
इतनी मुदत कोई खफा नहीं रहता!
8- किसने भीगे हुए बालों से ये झटका पानी,
झूम के आई घटा टूट के बरसा पानी!
9- मंजिल तो मिल ही जाएगी, भटक के ही सही;
गुमराह तो वो हैं जो घर से निकले ही नहीं!
10- कोई अच्छा लगे तो उनसे प्यार मत करना;
उनके लिए अपनी नींदे बेकार मत करना;
दो दिन तो आएँगे खुशी से मिलने;
तीसरे दिन कहेंगे इंतज़ार मत करना!
11- मेरी आँखों में देख आ कर हसरतों के नक्श;
ख़्वाबों में भी, तेरे मिलने की फ़रियाद करते!
12- झटका कुछ इस तरह दिया सनम ने, अपनी जुल्फों को;
इकठ्ठे 7 जूएँ मेरे दामन में आ गिरे!
13- आशिक पागल हो जाते हैं प्यार में;
बाकी कसर पूरी हो जाती है इंतज़ार में;
मगर ये दिलरुबा नहीं समझती;
वो तो गोल गप्पे और पपड़ी खाती फिरती है बाज़ार में!
14- आसमान जितना नीला है;
सूरजमुखी जितना पिला है;
पानी जितना गीला है;
आपका स्क्रू उतना ही ढीला है!
15- ज़िन्दगी है तो ख्वाब है;
ख्वाब है तो मंजिले है;
मंजिले है तो रास्ते है;
रास्ते है तो मुश्किलें;
हिम्मत है तो, एस एम् एस करो!
16- एक दिन हमारी मुस्कान हमसे पूछ बैठी,
हमें रोज़-रोज़ क्यों बुलाते हो?
हमने कहा हम याद अपने दोस्तों को करतें हैं,
तुम उनकी यादों के साथ चले आते हो!
17- किसी की यादों ने हमने तनहा कर दिया;
वरना हम अपने आप में किसी महफ़िल से काम न थे!
18- कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है,
कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है,
कि क्यों कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है?
19- मुझसे ये जुदाई का गम पिया नहीं जाता;
कोई दो गिलास व्हिस्की के ही पिला दो बर्फ डाल के!
20- उधर आप मजबूर बैठे हैं;
इधर हम खामोश बैठे है;
बात हो तो कैसे हो;
जब दोनों तरफ दो कंजूस बैठे हैं!
21- उमीद ऐसी हो जो जीने को मजबूर करे!
राह ऐसी हो जो चलने को मजबूर करे!
महक कम न हो कभी अपनी दोस्ती की!
दोस्ती ऐसी हो जो मिलने को मजबूर करे!
22- जब बारिश होती है, तुम याद आते हो!
जब काली घटा छाए, तुम याद आते हो!
जब भीगते हैं हम, तो तुम याद आते हो!
बताओ, तुम मेरी छतरी कब वापिस करोगे!
23- कृष्ण ने राधा से पूछा: ऐसी एक जगह बताओ, जहाँ में नहीं हूँ?
राधा ने मुस्कुराके कहा, `बस मेरे नसीब में`!
24- गीत की ज़रूरत महफिल में होती है!
प्यार की ज़रूरत दिल में होती है!
बिन दोस्त के अधूरी है ज़िन्दगी,
क्योंकि दोस्त की ज़रूरत पल पल होती है!
25- चहरे पर हंसी छा जाती है!
आँखों में सुरूर आ जाता है!
जब तुम मुझे अपना कहते हो,
अपने पर गुरुर आ जाता है!
26- मैं तोड़ लेता अगर वो गुलाब होती!
मैं जवाब बनता अगर वो सवाल होती!
सब जानते हैं मैं नशा नहीं करता,
फिर भी पी लेता अगर वो शराब होती!
27- थोड़ी सी पी शराब थोड़ी उछाल दी,
कुछ इस तरह से हमने जवानी निकाल दी!
28- एक ही गलती हम सारी उम्र करते रहे;
धूल चेहरे पे थी;
और हम आइना साफ़ करते रहे!
29- कितना बेबस है इंसान, किस्मत के आगे!
हर सपना टूट जाता है हकीकत के आगे!
जिसने कभी हाथ न फेलाया हो,
वो भी हाथ फेलता है `गोलगप्पे वाले` के आगे!
30- ख़ुशी से दिल को आबाद करना,
और गम को दिल से आजाद करना,
हमारी बस इतनी गुजारिश है कि हमे भी,
दिन में एक बार याद करना!
31- तेरी आँखों में हमे जाने क्या नज़र आया!
तेरी यादों का दिल पर सरुर है छाया!
अब हमने चाँद को देखना छोड़ दिया!
और तेरी तस्वीर को दिल में छुपा लिया!
32- प्यार तो ज़िन्दगी का अफसाना है!
इसका अपना ही एक तराना है!
पता है सबको मिलेंगे सिर्फ आंसू!
पर न जाने दुनिया में हर कोई क्यों इसका दीवाना है!
33- अगर तुम न होते तो ग़ज़ल कौन कहता!
तुम्हारे चहरे को कमल कौन कहता!
यह तो करिश्मा है मोहब्बत का!
वरना पत्थर को ताज महल कौन कहता!
34- आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है!
दिल में बसाई है जो वो आपकी ही सूरत है!
दूर जाना नहीं हमसे कभी भूलकर भी!
हमे हर कदम पर आपकी ज़रूरत है!
35- तुम्हारे प्यार में हम बैठें हैं चोट खाए!
जिसका हिसाब न हो सके उतने दर्द पाये!
फिर भी तेरे प्यार की कसम खाके कहता हूँ!
हमारे लब पर तुम्हारे लिये सिर्फ दुआ आये!
36- बदलना आता नहीं हम को मौसमों की तरह,
हर एक रूप में तेरा इंतज़ार करते हैं!
न तुम समेट सकोगी जिसे कयामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हें इतना प्यार करते हैं!
37- तुम्हारे नाम को होंठों पर सजाया है मैंने!
तुम्हारी रूह को अपने दिल में बसाया है मैंने!
दुनिया आपको ढूंढते ढूंढते हो जायेगी पागल!
दिल के ऐसे कोने में छुपाया है मैंने!
38- अब तो यह भी नहीं नाम तो ले लेते हैं!
दामन अश्कों से भिगो लेते हैं!
अब तेरा नाम लेके रोते भी नहीं!
सुनते हैं तेरा नाम तो रो लेते हैं!
39- गर्दिश में सितारे होतें हैं!
सब दूर किनारे होतें हैं!
यूँ देख के यादों की लहरें!
हम बैठ किनारे रोते हैं!
40- बनके आंसूं आँख से हम बह सकते नहीं!
दिल में उनके है जगह, पर हम ही रह सकते नहीं!
दुनिया भरके हमसे शिकवे, लाख हमसे हैं गिले!
अपने दिल की बात हाये हम ही कह सकते नहीं!
41- निकल जाते हैं तब आंसू जब उनकी याद आती है!
जमाना मुस्कुराता है मुहब्बत रूठ जाती है!
42- प्यार की दास्तां जब भी वक्त दोहरायेगा!
हमे भी एक शख्स बहुत याद आयेगा!
जब उसके साथ बिताये लम्हें याद आयेंगे!
आँखें नम हो जायेगी, दिल आंसू बहायेगा!
43- हर वक़्त तेरे आने की आस रहती है!
हर पल तुझसे मिलने की प्यास रहती है!
सब कुछ है यहाँ बस तू नही!
इसलिए शायद ये जिंदगी उदास रहती है!
44- कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार है!
जुदाई के बाद भी तुम से प्यार है!
तेरे चेहरे की उदासी बता रही है!
मुझसे मिलने के लिये तू भी बेकरार है!
45- मोहब्बत मुझे थी उसी से सनम!
यादों में उसकी यह दिल तड़पता रहा!
मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी!
कब्र में भी यह दिल धड़कता रहा!
46- सोचा याद न करके थोड़ा तड़पाऊं उनको!
किसी और का नाम लेकर जलाऊं उनको!
पर चोट लगेगी उनको तो दर्द मुझको ही होगा!
अब ये बताओ किस तरह सताऊं उनको!
47- जीना चाहते हैं मगर ज़िन्दगी रास नहीं आती!
मरना चाहते हैं मगर मौत पास नहीं आती!
बहुत उदास हैं हम इस ज़िन्दगी से!
उनकी यादें भी तो तड़पाने से बाज़ नहीं आती!
48- एक दिन हमारे आंसूं हमसे पूछ बैठे!
हमे रोज़ - रोज़ क्यों बुलाते हो!
हमने कहा हम याद तो उन्हें करते हैं तुम क्यों चले आते हो!
49- जब तक तुम्हें न देखूं!
दिल को करार नहीं आता!
अगर किसी गैर के साथ देखूं!
तो फिर सहा नहीं जाता!
50- जब कोई ख्याल दिल से टकराता है!
दिल न चाह कर भी, खामोश रह जाता है!
कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है!
कोई कुछ न कहकर भी, सब बोल जाता है!
2- कुछ तो बात है तेरी फितरत में ऐ दोस्त;
वरना तुझ को याद करने की खता हम बार-बार न करते!
3- ये वफ़ा तो उस वक्त की बात है ऐ फ़राज़;
जब मकान कच्चे और लोग सच्चे हुआ करते थे!
4- यादे अजीब होती हैं;
बता के नहीं आती और रुला कर भी नहीं जाती!
5- छोड़ ये बात कि मिले ये ज़ख़्म कहाँ से मुझ को;
`ज़िन्दगी बस तू इतना बता!` कितना सफर बाकि है!
6- बिना लिबास आये थे इस जहां में;
बस एक कफ़न की खातिर इतना सफ़र करना पड़ा!
7- वो मुझे भूल ही गया होगा;
इतनी मुदत कोई खफा नहीं रहता!
8- किसने भीगे हुए बालों से ये झटका पानी,
झूम के आई घटा टूट के बरसा पानी!
9- मंजिल तो मिल ही जाएगी, भटक के ही सही;
गुमराह तो वो हैं जो घर से निकले ही नहीं!
10- कोई अच्छा लगे तो उनसे प्यार मत करना;
उनके लिए अपनी नींदे बेकार मत करना;
दो दिन तो आएँगे खुशी से मिलने;
तीसरे दिन कहेंगे इंतज़ार मत करना!
11- मेरी आँखों में देख आ कर हसरतों के नक्श;
ख़्वाबों में भी, तेरे मिलने की फ़रियाद करते!
12- झटका कुछ इस तरह दिया सनम ने, अपनी जुल्फों को;
इकठ्ठे 7 जूएँ मेरे दामन में आ गिरे!
13- आशिक पागल हो जाते हैं प्यार में;
बाकी कसर पूरी हो जाती है इंतज़ार में;
मगर ये दिलरुबा नहीं समझती;
वो तो गोल गप्पे और पपड़ी खाती फिरती है बाज़ार में!
14- आसमान जितना नीला है;
सूरजमुखी जितना पिला है;
पानी जितना गीला है;
आपका स्क्रू उतना ही ढीला है!
15- ज़िन्दगी है तो ख्वाब है;
ख्वाब है तो मंजिले है;
मंजिले है तो रास्ते है;
रास्ते है तो मुश्किलें;
हिम्मत है तो, एस एम् एस करो!
16- एक दिन हमारी मुस्कान हमसे पूछ बैठी,
हमें रोज़-रोज़ क्यों बुलाते हो?
हमने कहा हम याद अपने दोस्तों को करतें हैं,
तुम उनकी यादों के साथ चले आते हो!
17- किसी की यादों ने हमने तनहा कर दिया;
वरना हम अपने आप में किसी महफ़िल से काम न थे!
18- कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है,
कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है,
कि क्यों कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है?
19- मुझसे ये जुदाई का गम पिया नहीं जाता;
कोई दो गिलास व्हिस्की के ही पिला दो बर्फ डाल के!
20- उधर आप मजबूर बैठे हैं;
इधर हम खामोश बैठे है;
बात हो तो कैसे हो;
जब दोनों तरफ दो कंजूस बैठे हैं!
21- उमीद ऐसी हो जो जीने को मजबूर करे!
राह ऐसी हो जो चलने को मजबूर करे!
महक कम न हो कभी अपनी दोस्ती की!
दोस्ती ऐसी हो जो मिलने को मजबूर करे!
22- जब बारिश होती है, तुम याद आते हो!
जब काली घटा छाए, तुम याद आते हो!
जब भीगते हैं हम, तो तुम याद आते हो!
बताओ, तुम मेरी छतरी कब वापिस करोगे!
23- कृष्ण ने राधा से पूछा: ऐसी एक जगह बताओ, जहाँ में नहीं हूँ?
राधा ने मुस्कुराके कहा, `बस मेरे नसीब में`!
24- गीत की ज़रूरत महफिल में होती है!
प्यार की ज़रूरत दिल में होती है!
बिन दोस्त के अधूरी है ज़िन्दगी,
क्योंकि दोस्त की ज़रूरत पल पल होती है!
25- चहरे पर हंसी छा जाती है!
आँखों में सुरूर आ जाता है!
जब तुम मुझे अपना कहते हो,
अपने पर गुरुर आ जाता है!
26- मैं तोड़ लेता अगर वो गुलाब होती!
मैं जवाब बनता अगर वो सवाल होती!
सब जानते हैं मैं नशा नहीं करता,
फिर भी पी लेता अगर वो शराब होती!
27- थोड़ी सी पी शराब थोड़ी उछाल दी,
कुछ इस तरह से हमने जवानी निकाल दी!
28- एक ही गलती हम सारी उम्र करते रहे;
धूल चेहरे पे थी;
और हम आइना साफ़ करते रहे!
29- कितना बेबस है इंसान, किस्मत के आगे!
हर सपना टूट जाता है हकीकत के आगे!
जिसने कभी हाथ न फेलाया हो,
वो भी हाथ फेलता है `गोलगप्पे वाले` के आगे!
30- ख़ुशी से दिल को आबाद करना,
और गम को दिल से आजाद करना,
हमारी बस इतनी गुजारिश है कि हमे भी,
दिन में एक बार याद करना!
31- तेरी आँखों में हमे जाने क्या नज़र आया!
तेरी यादों का दिल पर सरुर है छाया!
अब हमने चाँद को देखना छोड़ दिया!
और तेरी तस्वीर को दिल में छुपा लिया!
32- प्यार तो ज़िन्दगी का अफसाना है!
इसका अपना ही एक तराना है!
पता है सबको मिलेंगे सिर्फ आंसू!
पर न जाने दुनिया में हर कोई क्यों इसका दीवाना है!
33- अगर तुम न होते तो ग़ज़ल कौन कहता!
तुम्हारे चहरे को कमल कौन कहता!
यह तो करिश्मा है मोहब्बत का!
वरना पत्थर को ताज महल कौन कहता!
34- आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है!
दिल में बसाई है जो वो आपकी ही सूरत है!
दूर जाना नहीं हमसे कभी भूलकर भी!
हमे हर कदम पर आपकी ज़रूरत है!
35- तुम्हारे प्यार में हम बैठें हैं चोट खाए!
जिसका हिसाब न हो सके उतने दर्द पाये!
फिर भी तेरे प्यार की कसम खाके कहता हूँ!
हमारे लब पर तुम्हारे लिये सिर्फ दुआ आये!
36- बदलना आता नहीं हम को मौसमों की तरह,
हर एक रूप में तेरा इंतज़ार करते हैं!
न तुम समेट सकोगी जिसे कयामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हें इतना प्यार करते हैं!
37- तुम्हारे नाम को होंठों पर सजाया है मैंने!
तुम्हारी रूह को अपने दिल में बसाया है मैंने!
दुनिया आपको ढूंढते ढूंढते हो जायेगी पागल!
दिल के ऐसे कोने में छुपाया है मैंने!
38- अब तो यह भी नहीं नाम तो ले लेते हैं!
दामन अश्कों से भिगो लेते हैं!
अब तेरा नाम लेके रोते भी नहीं!
सुनते हैं तेरा नाम तो रो लेते हैं!
39- गर्दिश में सितारे होतें हैं!
सब दूर किनारे होतें हैं!
यूँ देख के यादों की लहरें!
हम बैठ किनारे रोते हैं!
40- बनके आंसूं आँख से हम बह सकते नहीं!
दिल में उनके है जगह, पर हम ही रह सकते नहीं!
दुनिया भरके हमसे शिकवे, लाख हमसे हैं गिले!
अपने दिल की बात हाये हम ही कह सकते नहीं!
41- निकल जाते हैं तब आंसू जब उनकी याद आती है!
जमाना मुस्कुराता है मुहब्बत रूठ जाती है!
42- प्यार की दास्तां जब भी वक्त दोहरायेगा!
हमे भी एक शख्स बहुत याद आयेगा!
जब उसके साथ बिताये लम्हें याद आयेंगे!
आँखें नम हो जायेगी, दिल आंसू बहायेगा!
43- हर वक़्त तेरे आने की आस रहती है!
हर पल तुझसे मिलने की प्यास रहती है!
सब कुछ है यहाँ बस तू नही!
इसलिए शायद ये जिंदगी उदास रहती है!
44- कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार है!
जुदाई के बाद भी तुम से प्यार है!
तेरे चेहरे की उदासी बता रही है!
मुझसे मिलने के लिये तू भी बेकरार है!
45- मोहब्बत मुझे थी उसी से सनम!
यादों में उसकी यह दिल तड़पता रहा!
मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी!
कब्र में भी यह दिल धड़कता रहा!
46- सोचा याद न करके थोड़ा तड़पाऊं उनको!
किसी और का नाम लेकर जलाऊं उनको!
पर चोट लगेगी उनको तो दर्द मुझको ही होगा!
अब ये बताओ किस तरह सताऊं उनको!
47- जीना चाहते हैं मगर ज़िन्दगी रास नहीं आती!
मरना चाहते हैं मगर मौत पास नहीं आती!
बहुत उदास हैं हम इस ज़िन्दगी से!
उनकी यादें भी तो तड़पाने से बाज़ नहीं आती!
48- एक दिन हमारे आंसूं हमसे पूछ बैठे!
हमे रोज़ - रोज़ क्यों बुलाते हो!
हमने कहा हम याद तो उन्हें करते हैं तुम क्यों चले आते हो!
49- जब तक तुम्हें न देखूं!
दिल को करार नहीं आता!
अगर किसी गैर के साथ देखूं!
तो फिर सहा नहीं जाता!
50- जब कोई ख्याल दिल से टकराता है!
दिल न चाह कर भी, खामोश रह जाता है!
कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है!
कोई कुछ न कहकर भी, सब बोल जाता है!
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