Sunday, 22 January 2012

पहलवान का किस्सा

बंता पहलवान ने किस्सा सुनाया : हमारी बस रात को एक जंगल से गुजर रही थी. मुझे पेशाब आया तो मैंने बस रूकवा ली और जंगल के अन्दर चला गया. मैं पेशाब करने ही वाला था कि सामने शेर आ गया.
संता : तो फिर क्या हुआ?
बंता पहलवान : फिर क्या होना था, मैंने शेर से कहा, मेरी तो निकल गई है, तुम्हें भी पेशाब वगैरह करनी है तो कर लो.

No comments:

Post a Comment